परम पावन दलाई लामा का संदेश

जैसे-जैसे हम इक्कीसवीं सदी में आगे बढ़ रहे हैं, इंटरनेट वैश्विक स्तर पर जानकारी साझा करने के लिए व्यापक रूप से लोकप्रिय और महत्वपूर्ण साधन बनता जा रहा है। बौद्ध धर्म की शिक्षाओं, उसके इतिहास और तिब्बती संस्कृति से जुड़े विभिन्न अन्य पहलुओं के बारे में जानकारी हासिल करने के सम्बंध में भी यह बात लागू होती है। विशेषतः जिन स्थानों पर पुस्तकें और योग्य शिक्षक बिरले ही उपलब्ध हो पाते हैं, इंटरनेट असंख्य लोगों के लिए जानकारी हासिल करने का प्रमुख साधन बन चुका है।

एक ऐसे विश्व में, जहाँ वैमनस्य और धार्मिक दलबंदी सामान्य बातें हैं, कलह को भड़काने वाले अज्ञान को दूर करने के लिए शिक्षा ही सबसे सशक्त माध्यम है। अतः मैं डॉ. अलेक्ज़ेंडर बर्ज़िन की बहुभाषिक वैबसाइट, berzinarchives.com का स्वागत करता हूँ जो कि बौद्ध धर्म की विभिन्न शाखाओं और तिब्बती संस्कृति के अन्यान्य पहलुओं के बारे में विविध विषयों पर जानकारी देने वाले लेख वैश्विक स्तर पर ऑनलाइन उपलब्ध कराने का एक बहुमूल्य शिक्षाप्रद साधन सिद्ध होगी।

जनवरी 26, 2007 [ हस्ताक्षर]

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